Monday, December 3, 2018

हार कर सीखना

हम सब लोग स्वयं को सदैव दूसरों से बेहतर मानते हैं,
और यही पूर्वाग्रह हमारी हार का कारण बन जाता है। हरिवंश राय बच्चन ने कहा था की कोशिश करने वालो की हार नहीं होती की सार्थकता तब ही है जब तक सब्र कायम है। और आखिरी दम तक लड़ना और जीत कर आगे बढ़ना ही बहादुरी है।
हमारी हर हार में एक नई सीख छिपी हुई होती है और जब भी हम हारकर आगे बढते है, जीत का रास्ता सुनिश्चित हो जाता है।    

हर जीत के पीछे संघर्षों की लंबी श्रृंखला होती है, और जीत का एहसास मधुर तभी होता है। हमारी जीत हमारे जूझने की परीक्षा भी है, हम कितना प्रयास करते है, कितनी बाधाओं का सामना करते हैं और कब तक धीरज रखते हुए आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं , हमारी जीत को तय करता है।
त्याग और समर्पण का भाव जीत दिलाने में सहायक है। 

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